पूर्व सांसद श्रीमती मिनी माता एवं क्रांतिकारी खुदीराम बोस की पुण्यतिथि मनाई गई।
बिलासपुर शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि सतनामी समाज के धर्मगुरु आगमदास जी के निधन के बाद मिनीमाता जी उप चुनाव में सांसद बनी ,जिन्हें छत्तीसगढ़ जैसे पिछड़े क्षेत्र की प्रथम महिला सांसद बनने का गौरव हासिल है, मिनीमाता एक सामाजिक ,धार्मिक और राजनीतिक महिला थी ,जिन्होंने अपना जीवन सामाजिक समरसता, महिला उत्थान,औऱ दलितों के उत्थान में लगा दी, वे पांच बार अलग अलग क्षेत्रो से सांसद निर्वाचित हुए , 11 अगस्त 1972 में एक विमान दुर्घटना में उनका निधन हुआ,
संयोजक ज़फ़र अली,हरीश तिवारी ने कहा कि खुदीराम बोस एक तरुण क्रांतिकारी थे, जो अंग्रेजो के अत्याचार,बर्बरता और यातनाओ के परिणाम थे, अंग्रेजो ने जिस तरह भारतीयों के साथ सौतेला व्यवहार करते थे,खुदीराम के बाल मन पर गहरा असर डाला और 13 वर्ष के खुदीराम बोस के मन मे अंग्रेजो के प्रति घृणा पैदा कर दी ,1905 के बंगाल विभाजन में सेनानियों पर तत्कालीन जज किंग्सफोर्ड के व्यवहार से क्षुब्ध खुदीराम ने मुजफ्फरपुर में बम से हमला किया और पकड़ा गया 11 अगस्त 1908 को उन्हें फांसी दी गई ,जो सबसे कम उम्र के क्रांतिकारी थे ,
कार्यक्रम में शहर अध्यक्ष विजय पांडेय,संयोजक ज़फ़र अली,हरीश तिवारी,विनोद शर्मा,त्रिभुवन कश्यप,माधव ओत्तालवार ,राजेश शर्मा,सीमा घृतेश,स्वर्णा शुक्ला,अफ़रोज़ बेगम,चन्द्रहास केशरवानी,वीरेंद्र सारथी, मनोज शर्मा,हेमन्त दिघरस्कर,दीपक रायचेलवार,धर्मेंद्र राठौर,विष्णु कौशल आदि उपस्थित थे,
ऋषि पांडेय,प्रवक्ता शहर