कान से नहीं सुन पा रही बुजुर्ग महिला के घर का पता कर डायल 112 की टीम ने पहुंचाया।

कान से नहीं सुन पा रही बुजुर्ग महिला के घर का पता कर डायल 112 की टीम ने पहुंचाया।
बिलासपुर। जिले में डायल 112 की सेवाएं मानवीय संवेदनाओं से परिपूर्ण नजर आने लगी हैं। राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप न सिर्फ शांति सुरक्षा और कानून व्यवस्था बल्कि जरूरतमंदों की मदद में भी डायल 112 का मानवीय चेहरा उभर कर सामने आ रहा है। गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक पहुंचाने से लेकर अब अपनों से बिछड़े बुजुर्गों को भी टीम सकुशल घर तक पहुंचा रही है।
ताजा मामला कोटा थाना क्षेत्र से लगे कोटा से बिलासपुर मुख्य मार्ग पर स्थित मूलचंद ताराचंद पेट्रोल पंप का है। यहां एक बुजुर्ग महिला को चुपचाप बैठी देख वहाँ स्थित लोगों की सूचना पर डायल 112 की टीम ने बड़ी मुश्किल से उसके घर का पता ढूंढ कर देर रात स्वजन से मिलवाया।महिला कान से सुनाई नहीं देने के कारण कुछ बात नहीं पा रही थी।घर पहुंचाने से पहले पुलिसकर्मियों के आत्मीय व्यवहार ने उसे इतना प्रभावित किया कि अपनों से मिलने के बाद वह अपने गाँव का नाम व परिवार के सदस्यों का नाम सब कुछ बताने लग गई थी। बुधवार की रात में डायल 112 की टीम को सूचना मिली कि 80 साल की एक बुजुर्ग महिला मूलचंद ताराचंद पेट्रोल पंप में हैं।
अपना नाम पता कुछ भी नहीं बता पा रही है। तत्काल डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची कई प्रयास किए गए ताकि महिला के घर का पता चल जाये,चूंकि महिला सुन पाने में असमर्थ थी इसलिए सब प्रयास बेकार जा रहा था। लोग आ रहे थे लेकिन कोई उसे पहचान नहीं रहा था।ऐसे में बुजुर्ग महिला के पास छोटे से थैले की तलाशी लेने पर उसमें आधार कार्ड मिला जिसमें अनंत कुंवर पटेल बिलासपुर जिले के तखतपुर थाना क्षेत्र के ग्राम नवापारा गांव का होने का पता चला। तब डायल 112 की टीम के द्वारा पुलिस की मदद से गांव फोन कर महिला के बारे में बताया गया। जानकारी मिली कि वह नवापारा गांव की रहने वाली है।तब फिर उसे उसके गांव ले जाकर परिवार वालों को सौंप दिया गया। बुजुर्ग महिला को अपने बीच देखकर स्वजन खुशी से झूम उठे। डायल 112 की टीम में कोटा थाना में पदस्थ आरक्षक आशिष वस्त्रकार व चालक मोनू जायसवाल थे।
रिश्तेदार के घर गई थी महिला
पुलिस जांच में पता चला कि बुजुर्ग महिला रिश्तेदार के यहां कोटा थाना क्षेत्र के ग्राम रतखण्डी गई थी। वहां से गांव वापस लौटने के लिए सुबह से रवाना हुई थी लेकिन देर रात होने की वजह से वह अपने गांव तक जाने के लिए कोई साधन नहीं मिलने से पैदल पेट्रोल पंप तक पहुंच गई थी।

