बिलासपुर भारतीय नगर स्थित अय्यप्पा मंदिर में वार्षिक महोत्सव मंगलवार से शुरु हुआ। तीन दिवसीय इस आयोजन की शुरुआत सुबह 6 बजे गणपति होमम से की गई, मंदिर के पुजारी एवं केरल से पहंुचे आचार्य गणों के सानिध्य में रात 9 बजे तक कई धार्मिक क्रियाएं संपन्न की गई । इस महोत्सव का समापन 3 फरवरी को 18 पवित्र सीढ़ियों के पूजन से किया जाएगा।तीन दिनों तक श्रद्धा भक्तिमय माहौल में महोत्सव को मनाया जाएगा। इसके लिए केरल के चार पुरोहितों के साथ पारंपरिक वाद्ययंत्र मृदंगम, चंडा व अन्य वाद्ययंत्रों के वादक भी मंदिर पहुुंचे हैं। मंदिर परिसर को भी फूलों से विशेष सजावट की गई है। महोत्सव के पहले दिन सुबह 6 बजे गणपति होमम पं. ब्रम्हश्री आनंद एमएस, हरीश जी नंबुदरी व मंदिर के पुजारी अनिल नारायण नंम्बुदरी के सानिध्य में संपन्न हुआ। इसके बाद 7 बजे आचार्य वरणम प्रसाद शुद्धि की गई। यह पूजा 18 सीढ़ी पूजन के पूर्व की जाती है।
भागवत पारायण में कृष्ण कथा सुनाई जा रही
सुबह 8 बजे पोंगाला देवी मंदिर के सामने महिलाओं ने मिट्टी के चूल्हे भी भोजन बनाया जिसे देवी को अर्पित किया गया। इसके बाद 9 बजे भागवत पारायण शुरु हुई जो शाम 5 बजे तक चला। भागवत पारायण में भगवान कृष्ण की लीला व महिमा का वर्णन किया गया।इसी कड़ी में शाम 6:30बजे दीप आराधना की गई। इसके बाद शाम 7:00बजे से विष्णु पूजा हुआ। रात 9 बजे अत्ताष पूजन में प्रभु को भोग लगाया तथा प्रसाद वितरण किया गया।
द बिलासा टाईम्स