राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता में मुंगेली जिले के महुवाभाठा को हराकर बिलासपुर जिले के करपीहा बना विजेता।
बिलासपुर । कोटा विकास खंड के ग्राम केकराडीह में नवयुवा समिति द्वारा राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह जिला किसान कांग्रेस अध्यक्ष संदीप शुक्ला व कोटा जनपद सदस्य प्रभात पांडेय के मुख्य आतिथ्य द्वारा किया गया वही, सरपंच जोशे लाल मिंज, जिला कांग्रेस महामंत्री गणेश कश्यप, चंद्रभान नायक, आयोजन समिति के अध्यक्ष सूर्यकांत नेटी के विशिष्ट आतिथ्य में हुआ। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जनपद सदस्य प्रभात पाण्डे ने कहा कि कबड्डी भारत का प्राचीन खेल है। 1936 में बर्लिन में आयोजित ओलंपिक प्रतियोगिता में कबड्डी को विश्व स्तर में पहचान मिली। राष्ट्रीय खेलों में कबड्डी को शामिल करने के साथ भारत में कबड्डी को बढ़ावा देने के लिए सन 1950 में अखिल भारतीय कबड्डी फेडरेशन का गठन किया गया। वर्तमान में भारत में कबड्डी प्री लीग का भी आयोजन होने से युवा अधिक से अधिक संख्या में कबड्डी प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा साबित कर रहे हैं। कबड्डी एक परंपरागत खेल है जिसे खेलने के लिए किसी उपकरण की आवश्यकता नहीं होती , कुछ लोग मिलकर अपनी शारीरिक शक्ति का प्रदर्शन करते हुए खेल को खेल सकते हैं। उन्होंने कहा कि उपविजेता टीम के खिलाड़ी निराश ना हो कर कठिन परिश्रम कर आगामी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाने के लिए लक्ष्य बनाएं। कार्यक्रम को अमित गुप्ता, संजय यादव पंच एवं संतोष श्याम ने भी संबोधित किया। नवयुवक समिति के अध्यक्ष सूर्यकांत द्वारा प्रतियोगिता के संबंध में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई।
राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता का फाइनल मैच ग्राम करपीहा एवं मुंगेली जिले से आये ग्राम महुवाभाठा की टीम के बीच खेला गया करपीहा टीम के खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए प्रतियोगिता में जीत दर्ज की।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पहुंचे प्रभात पाण्डे द्वारा प्रतियोगिता में विजयी टीम करपीहा को 15 हजार रुपए नगद एवं शील्ड, उपविजेता टीम महुवाभाठा को 10 हज़ार रुपए नगद एवं शील्ड, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली केकराडीह को 5 हज़ार नगद एवं शील्ड एवं चतुर्थ स्थान प्राप्त करने वाली, स्टार टीम केकराडीह की टीम को 3 हार रुपए नगद एवं शील्ड देकर पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में सीताराम श्याम, खेलावन यादव, जेठू राम यादव, टीकाराम, चमरू राम, तुलसीराम, रंगीत श्याम सूरज यादव , मनीष श्याम ,सहित आसपास से आये एवं ग्रामवासी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।