कलेक्टर ने स्वास्थ्य संबंधित व्यवस्थाओं की ली समीक्षा बैठक।

बिलासपुर जिले में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर कलेक्टर सारांश मित्तर ने स्वास्थ्य संबंधित व्यवस्थाओं की समीक्षा बैठक ली। कोविड- 19 संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए की जा रही व्यवस्था पर अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को कोविड-19 संक्रमण जांच के लिए स्थायी सेंटर और मोबाईल टीम की संख्या बढ़ाने और सैम्पल जांच में तेजी लाने का निर्देश दिए। बिलासपुर के कलेक्टोरेट मंथन सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने कोरोना पाॅजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आए और सर्दी खांसी से पीड़ित व्यक्ति के कोरोना टेस्ट सर्वाेच्च प्राथमिकता के साथ ही एंटीजन टेस्ट पर विशेष ध्यान देने कहा।उन्होंने बताया कि जिले में सैम्पल जांच के लिए 26 केन्द्र, 40 टीमें और 15 मोबाईल टीम कार्यरत है। बिल्हा, कोटा, रतनपुर, बेलगहना, टेंगनमाड़ा और चपोरा के सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कोविड 19 के सैम्पल जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है तथा मोपका एवं बहतराई के उप स्वास्थ्य केन्द्रों में यह सुविधा शीघ्र शुरू होगी। शहर के गांधी चौंक स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और यदुनंदननगर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में कोरोना जांच शीघ्र चालू करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सभी ब्लाॅक मेडिकल आॅफिसर को निर्देश दिया कि उनके अधीन केन्द्रों में किये जा रहे कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट स्वयं देखें उसके बाद उसका डाटा एंट्री किया जायें। एंट्री में कोई गलती न हों यह उनकी व्यक्तिगत जिम्मेदारी होगी। स्थायी एवं मोबाईल टीम की रिपोर्टिंग सुव्यवस्थित रूप से हो। ब्लाॅक वाईस सैम्पल एकत्रित करें और उसकी सूची बनाकर फिर उसे जिले में भेजें। जिस दिन सैम्पल कलेक्शन हो उसी दिन वह बीएमओ के पास पहुंच जायें और बीएमओ उनका सत्यापन कर उसे जिला स्तर पर भेजें।गंभीर मरीज, मृत व्यक्ति और लक्षण वाले व्यक्त्तियों का सैम्पल अलग-अलग रखा जाये।उन्होंने सभी कोरोना टेस्ट की सुविधा वाले सीएचसी और पीएचसी में फीवर क्लिीनिक जल्द प्रारंभ करने का निर्देश दिया। कलेक्टर ने कोविड मरीजों के लिए जिला अस्पताल, अपोलो और सिम्स में कंट्रोल रूम बनाने का निर्देश दिया। काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग और कोविड संबंधित अन्य कार्य के लिए महिला एवं बाल विकास के सुपरवाइजर,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आयुष विभाग के फार्मासिस्टों की भी सेवायें ली जायेगी। कलेक्टर ने इस संबंध में संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये।कोविड 19 के लक्षण वाले मरीज जो होम आईसोलेशन में रहते हैं उनकी समस्याओं का निदान और शंका समाधान करने तथा मार्गदर्शन देने के लिए बिलासपुर शहर में कंन्सलटेशन सेंटर बनाया जायेगा और यहां तीन शिफ्टों में डाॅक्टरों की तैनाती की जायेगी। कलेक्टर ने नगर निगम आयुक्त को शीघ्र ही यह सेंटर प्रारंभ करने का निर्देश दिया। होम आईसोलेशन में रहने वाले मरीज इसके लिए निर्धारित निर्देशों का पालन कर रहें है कि नहीं इसकी निगरानी करने और काॅन्टेक्ट टे्रसिंग के बाद घरों से सैम्पल एकत्रित करने के लिए मोबाईल टीम बनाने का भी निर्देश दिया।

