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आकाश बाईजूस ने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में अपना पहला कॉर्पोरेट सेंटर की शुरुआत।

न्यूएज के लिए स्मार्टक्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर से लैस हाइब्रिड मोड में सीखना।

आकाश बाईजूस ने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में अपना पहला कॉर्पोरेट सेंटर की शुरुआत की
न्यूएज के लिए स्मार्टक्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर से लैस
हाइब्रिड मोड में सीखना

बिलासपुर, छत्तीसगढ़:
आकाश व बाइजूस ने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में अपने पहले कॉर्पोरेट सेंटर की शुरूआत की है। इस सेंटर में 8 कक्षाएं हैं जिनकी क्षमता लगभग 1200 छात्रों की है। इन सेंटर को पूरी तरह से डिजिटल और स्मार्ट बनाया गया है. क्लास का इंफ्रास्ट्रक्चर स्मार्ट है व क्लासरूम हाई बैंडविड्थ कनेक्टिविटी से लैस है। इस सेंटर में हाइब्रिड मोड में एजुकेशन की सुविधा मिलेगी. जिसमें मेडिकल व इंजीनियरिंग के लिए स्टूडेंट के लिए तैयार किया है. एजुकेशन के बदलते परिवेश में तालमेल बिठाने के लिए यह क्लासेज स्मार्ट और डिजिटल तौर पर तैयार की गइ है. ताकि बदलते युग की शिक्षा की निरंतरता सुनिश्चित हो सके।

स्मार्ट क्लासरूम और उच्च बैंडविड्थ कनेक्टिविटी से लैस, बिलासपुर सेंटर हाइब्रिड मोड में चेप्टर को प्रेजेन्ट करने के लिए तैयार है. जिसमें शहर में मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे स्टूडेंट को मदद मिलेगी. नए सेंटर में पारंपरिक तरीके से क्लासेज संचालित करने के साथ जिसमें सरकार की ओर से जारी कोविड गाइडलाइन के साथ सेनेटाइजेशन व सोशल डिस्टेंसिंग का लगातार पालन किया जा रहा है.
हाइब्रिड मोड में दी जाने वाली क्लासेस को  लाइव व प्री रिकॉर्ड मोड पर दिखाया जाता है.  इसके साथ ही इन क्लासरुम को बच्चे ऑफलाइन मोड पर ले सकते है. पढ़ाई के दौरान उन्हें किसी भी तरह के संदेह होने पर वह उसे ग्रुप डिस्कशन के जरिए भी समझ सकते है. इसके अलावा वह वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए टीचर और अन्य सेंटर के स्टूडेंट के साथ जुड़ सकते हैं और उनसे बातचीत कर सकते हैं। इस तकनीक में 2 डी, 3डी  व एनीमेशन की भी सुविधा रहेगी. जिससे बच्चों को समझने में आसानी हो.

बिलासपुर में सेंटर की शुरूआत करते हुए प्र्रबंध निदेशक आकाश चौधरी ने कहा कि  बिलासपुर में बच्चों की शिक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण केंन्द्र है. छत्तीसगढ़ में अधिकतर बच्चे यहां पढ़ाई के लिए पहुंचते है.  सुधार के एकमात्र उद्देश्य के साथ परर्सनल कोचिंग देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह दिखा सकता है कि हमारे छात्रों के लिए सीखने का एक सहज मिश्रित वातावरण क्या हो सकता है।
आकाश ने कहा कि हाईब्रिड क्लास का  उद्देश्य स्टूडेंट और टीचर्स के लिए डिजिटल टेक्नालॉजी के साथ एजुकेशन देने की तैयारी कर रहा है. इंस्टीट्यूट में हम लगातार फीजिकल एजुकेशन की सीमाओं को आगे बढ़ा रहे हैं। स्मार्ट क्लासरूम हमें अपने स्टूडेंट के लिए लचीला समय और कक्षाएं प्रदान करने की अनुमति देते हैं जो विषयों को अपनी गति से सीख सकते हैं। हमने जिस तकनीक को चुना है वह भविष्य के लिए सुरक्षित है.  इंटेलीजेंस के साथ वजुअली रियलिटी के लिए तैयार करता है.
इसके अलावा स्मार्ट टेक्नोलॉजी फैकल्टी के लिए एक सहायक साबित हुई है. जिससे वह आसानी से क्लासेंज में आसानी से प्लान बनाकर भविष्य के लिए रिकार्ड कर सकते है. इसके लिए संस्थान की ओर से स्पेशल साफ्टवेयर तैयार किया है. इसके साथ ही पेरेट्स टीचर्स मीटींग भी आसानी से ऑनलाइन हो सकती है.

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