छत्तीसगढ़। शंकराचार्य स्वरूपानंद स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी के ब्रह्मलीन होने पर धरमलाल कौशिक ने गहरा दुख एवं शोक व्यक्त किया ।उन्होंने कहा कि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी सनातनी समाज की स्थापना के लिए हमेशा हमेशा समर्पित रहे हैं। वह जीवन के अंतिम क्षण तक समाजिक जीवन में जो धर्म जागरण के लिए जो कार्य किया है, वह हम सबके लिए अनुकरणीय होगा।उनके असमय प्राणांत की सूचना अत्यंत दुःखद है। पूज्य स्वामी जी सनातन धर्म के शलाका पुरुष एवं सन्यास परम्परा के सूर्य थे।हम सब उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए भेंट करते रहे उनका छत्तीसगढ़ से बहुत ही आत्मीय संबंध रहा है और वे सदैव हम सब के मार्गदर्शक के रुप में हमारे बीच स्मृति स्वरूप हमेशा रहेंगे।