बिलासपुर कोटा। विश्व पर्यावरण दिवस पर ग्राम पंचायत खैरा एवं नवागांव में जीवन में पेड़ों के महत्व पर जोर देते हुए ऑक्सीजन युक्त एवं फलदार वृक्ष का रोपण किया गया। पेड़ों की अंधाधुंध कटाई की वजह से दिन-प्रतिदिन घने जंगल का दायरा घटता जा रहा है। जिसके दुष्प्रभाव का असर मानव जीवन पर पड़ रहा है। पर्यावरण को बेहतर बनाने में वृक्ष और पेड़ मदद करते हैं। ये हवा को शुद्ध करने करने के साथ पानी को भी संरक्षित करते हैं। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने लोगों के सुखी व शांत जीवन को प्रभावित करने के साथ पर्यावरण की संरक्षण,संवर्धन करने सीख दे दिया है। जिसके महत्त्व को समझते हुए पर्यावरण दिवस पर शासकीय हाई स्कूल मैदान खैरा में पीपल,नीम,आंवला,जामुन,गुलमोहर,कदम,हर्रा,अमरूद,नीबू,सीताफल के 50 पेड़ पौधों का रोपण किया गया। तत्पश्चात शिक्षक नारायण सिंह राजपूत,अमित आर्मो, रवि परिहार ने वृक्ष के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वृक्षारोपण करने से प्रकृति का सौंदर्य बढ़ता है और अनेक जीवों को लाभ पहुंचता है। वृक्ष मनुष्य जीवन के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।यह हानिकारक विषैली गैसों को अवशोषित कर हमें ऑक्सीजन प्रदान करती है।वही
पानी टंकी खेल मैदान में खेलगाँव नवागाँव के खिलाड़ियों द्वारा पर्यावरण में बढ़ते प्रदूषण से लोगों का आगाह करते हुए जामुन, नीम, आंवला , पीपल, कदम व अमरूद का पौधा रोपण किया गया।जो आने वाले समय मे फलदार व छायादार वृक्ष बनेगे। पौधों को संरक्षित रखने के लिए शासकीय सेवा में कार्यरत कर्मचारियों ट्री गार्ड लगाया गया।पौधा रोपण कार्यक्रम में ग्राम सरपंच जेएस आर्मो, नंदकुमार साहू,झामन सिंह राजपूत,