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85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ मतदाताओं ने होम वोटिंग कर लोकतंत्र में निभाई अपनी सहभागिता।

 

85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ मतदाताओं ने होम वोटिंग कर लोकतंत्र में निभाई अपनी सहभागिता।

बिलासपुर ।भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा निर्वाचन में सभी मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित कराने के लिए अनेक पहल की गई है। इसी क्रम में 85 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक तथा 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग मतदाताओं को मतदान केन्द्र तक जाने में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए ऐसे वोटर्स को आयोग द्वारा डाकमतपत्र के जरिए होम वोटिंग की सुविधा दी जा रही है। जिले में जब मतदान दलों ने ऐसे वरिष्ठजन और दिव्यांगजनों के घरों में दस्तक दी तो उनके चेहरे खुशी से खिल उठे। वे उत्साह के साथ लोकतंत्र के इस महापर्व में मताधिकार का प्रयोग कर अपनी जिम्मेदारी का बखूबी ढंग से निर्वहन कर रहे हैं और आयोग की इस व्यवस्था के लिए आभार जता रहे हैं। उनके चेहरे की मुस्कान यह बयां कर रही है कि घर पर ही मतदान कर पाने की सुविधा मिलने से उन्हें कितनी राहत मिली है।बिलासपुर के बाबजी पार्क कॉलोनी में रहने वाले 87वर्षीय  वी.के. शास्त्री ने भी डाकमतपत्र के जरिए होम वोटिंग की।  शास्त्री ने बताया कि चल- फिर पाने में असमर्थ होने की वजह से उन्होंने वोट डाल पाने की उम्मीद छोड़ दी थी, लेकिन भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दी गयी इस सुविधा के चलते वे अपने मताधिकार का उपयोग कर पाए। कुदुदंड निवासी 90 वर्षीय श्रीमती शीला डेग्वेकर ने बताया कि पहले अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए उन्हें दूसरों पर आश्रित रहना पड़ता था लेकिन अब मतदान दल के घर पर आने से बिना किसी असुविधा के लोकतंत्र के प्रति मैंने अपनी जिम्मेदारी निभायी है। 93 वर्षीय कल्पना विहार निवासी  श्याम सुंदर वैदया ने कहा कि होम वोटिंग के माध्यम से घर पर ही अपने मताधिकार का प्रयोग कर पाने से बहुत राहत मिली है। पहले मतदान केन्द्र में घरवालों की मदद से पहुंचकर मतदान करते थे लेकिन अब निर्वाचन आयोग द्वारा घर पर ही सुविधा दी जा रही है। उन्होंने इस सुविधा के लिए निर्वाचन आयोग का तहेदिल से आभार जताया।

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