कोरोना काल में भी नहीं हुआ लोगों का उत्साह कम, बगैर मूर्ति स्थापना के दीप प्रज्वलित कर की जा रही मातारानी की सेवा।
संवाददाता -मनमोहन सिंह,।
Kota- प्रथम दिवस मां शैलपुत्री की पूजा आरती के साथ शारदीय नवरात्र प्रारंभ हो चुका है। वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूरी विधि विधान से मां जगत जननी की पूजा अर्चना की गई। मूर्ति स्थापना नहीं होने से श्रद्धालुओं में मायूसी भी नजर आयी।
कोरोना संक्रमण का असर दुर्गा उत्सव पर जरूर पड़ा है।लेकिन इससे श्रद्धालुओं की मातारानी के प्रति आस्था कम नहीं हुई है। आज परिस्थिति अनुसार लोगों ने अपने आप को ढाल लिया है। और समय की मांग के अनुरुप जीवन यापन भी कर रहे हैं। अंचल के ज्यादातर गांव में कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए कोविड नियमों का पालन करते हुए मां जगत जननी की मूर्ति स्थापना नहीं की गई है। ग्राम पंचायत खैरा स्थित मां महामाया, दीवान बाबा,मानसरोवर स्थित हनुमान मंदिर मैं 9 दिनों तक चलने वाली इस नवरात्र पर्व में विशेष पूजा अर्चना की जाएगी।आस्था की दीप अखंड ज्योति कलश सभी मंदिर प्रांगण में प्रज्वलित की जा रही है। जिसकी दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को मास्क लगाना अनिवार्य होगा और सामाजिक दुरी का भी पालन करेंगे।
- गांव के लोगों की आस्था के प्रतीक दीवान बाबा—- वर्षों से ग्रामीणों में दीवान बाबा के प्रति भक्ति कभी कम नहीं हुई। भक्तों का मानना है की वे गांव की रक्षा करने के साथ कठिन परिस्थिति में भी अपने भक्तों का साथ नहीं छोड़ते। सच्चे मन से बाबा के द्वार में माथा टेककर की की गई विनती कभी खाली नहीं गई। सदैव उनकी मनोकामना पूर्ण हुई है। बाबा दीवान के भक्त केवल गांव में नहीं अपितु गांव के बाहर भी है जो समय-समय पर नारियल की चढ़ावा चढ़ाकर अपनी उपस्थिति बतलाते रहते हैं।
- कलश यात्रा के साथ नवरात्रि का शुभारंभ-
समीपस्थ ग्राम पंचायत तेंदूभाठा की आश्रित ग्राम शेकर स्थित मां महामाया प्रांगण के पुजारी श्री जगरनाथ जी ने बताया की नवरात्रि के प्रथम दिवस कलश यात्रा निकालकर घट स्थापना की गई। तत्पश्चात मनोकामना पूर्ण करने भक्तों द्वारा 189 ज्योति कलश प्रज्वलित किया गया है।
- मईया जी की महिमा अपार है जो भक्त भक्ति भाव से सच्ची मन्न से माता जी भक्ति करता है तो उसके मनोकामना पूर्ण होती है।