नुकसानदायक रासायनिक रंग सावधनी से खेले होली।
बिलासपुर। होली के त्योहार को लेकर लोगों में उत्साह व उमंग नजर आने लगा है। दो साल कोरोना की वजह से रंगों का त्योहार फीका रहा। लेकिन तीसरी लहर जाने के बाद कोरोना पूरी तरह से काबू में आ गया है। संक्रमण कम होने से बाजार में होली का उत्साह दिखाई दे रहा है। ऐसे में इस बार जमकर होली खेली जाएगी। लेकिन इस उत्साह के बीच अपना ख्याल रखना भी जरूरी है। विभिन्न् प्रकार के रासायनिक रंग व गुलाल त्वचा, आंख और बालों के लिए हानिकारक साबित होते हैं। ऐसे में डाक्टरों का कहना है कि रंग का चयन सावधानी से करें और हो सके तो हर्बल रंग व गुलाल का उपयोग करते हुए सुरक्षित पर्व का आनंद लें।
होली पर्व पर बच्चे समेत सभी उम्र के लोग अपने आप को रंग खेलने से नहीं रोक पाते हैं। सभी एक दूसरे के रंग लगाकर होली खेलकर एक दूसरे को रंग लेते हैं। लेकिन होली खेलते समय बरती गई थोड़ी सी सावधानी आपके त्योहर का उल्लास दो गुणा तक बढ़ा देगी। वहीं थोड़ी सी लापरवाही होली पर आपकी परेशानी बढ़ा सकती है। केमिकल मिले हुए रंग त्वचा और आंखों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। सिम्स के मेडिसीन विशेषज्ञ डा. पंकज टेम्भुर्णीकर का कहना है कि केमिकल वाले रंगों से त्वचा पर खुजली होने लगती है। कभी कभी एलर्जी काफी बढ़ जाती है।
रंगों से त्वचा का संक्रमण भी हो सकता है, जिससे लाल दाने व त्वचा छिलकर लाल हो जाती है। यहां तक की मवाद तक का रिसाव होने लगता है। असली गुलाल में अरारोट मिलाया जाता है जो नुकसान नहीं करता है। लेकिन मिलावटी गुलाल त्वचा व आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए रंग-गुलाल सावधानीपूर्वक खेलना जरूरी होगा।
ये हानिकारक तत्व
मिलावटी गुलाल त्वचा व आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है। इसमंे ऐसे हानिकारक तत्व होते हैं जो तत्काल प्रतिक्रिया करने लगते हैं। ऐसे में इससे परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मालूम हो कि सिल्वर रंग में एल्युकिमनियम ब्रोमाइड, बैंगनी रंग में कोमियम आयोडाइड, काले रंग में लैड आक्साइड, हरे रंग में कॉपर सल्फेट तक मिलाया जाता है।
सबसे पहले आंख धोएं
होली खेलने से के लिए हर्बल रंग का उपयोक करें। चश्मा लगाकर होली खेले तो सबसे ही बेहतर है। लेकिन फिर भी अगर कलर आंखों में चला जाए और परेशानी हो तो सबसे पहले साफ हाथ व पानी से आंखों को धोएं। जल्दी आंख में गए कलर को हटाए। एक कटोरी में पानी लेकर आंख उसमें डूबो दे। कलर हटाकर चिकित्सक के पास पहुंचे, सलाह लें। आंख में खुजली होने पर मसले नहीं और गंदे हाथ नहीं लगाए।