कोरोना न्यूज़छत्तीसगढ़
संक्रमण कम होते ही लोगों में लापरवाही बढ़ती जा रही ,लोग टीका लगवाने के बजाय बेफिक्र होकर संक्रमण को चुनौती देने में लगे ।
मनमोहन सिंह✍️
कोटा खैरा।केंद्र सरकार द्वारा सभी टीकाकरण केंद्रों में नि:शुल्क कोविड-19 का टीका लगाने कोविड डोज पहुंचने के बाद भी ज्यादातर केंद्र अब खाली नजर आने लगे हैं।संक्रमण कम होते ही लोगों में लापरवाही बढ़ती जा रही है।लोग टीका लगवाने के बजाय बेफिक्र होकर संक्रमण को चुनौती देने में लोग जरा भी चूक नहीं रहे हैं।ऐसे में अब पूर्ण टीकाकरण का लक्ष्य किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है।
टीकाकरण प्रारंभ होने के माह बीत जाने के बाद भी अंचल मैं एक भी ग्राम पंचायत ऐसा नहीं है जो अब तक पूर्ण टीकाकरण के लक्ष्य की प्राप्ति का पताका लहरा सकें। गौरतलब है कि 1 अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए टीकाकरण की शुरुआत की गई। तो वहीं 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए 1 मई से टीका लगाने जोर दिया गया। भ्रामक अफवाह की वजह से प्रशासन को टीकाकरण में तेजी लाने घर घर जाकर प्रेरित करने शिक्षकों को तैनात किया गया। जिसका असर भी तत्कालीन समय में देखने को मिला था। वैक्सीनेशन के माध्यम से वैश्विक महामारी कोविड-19 से सुरक्षा प्रदान करने 7 माह का समय बीत गया है बावजूद इसके नतीजा अभी तक सिफर ही नजर आ रहा हैं। प्रशासनिक तंत्र के साथ अब पंचायत प्रतिनिधियों को भी 18 वर्ष और 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीकाकरण के पहल करने सामने आने की जरूरत है। ताकि समय पूर्व पूरे गांव को कोविड-19 की संक्रमण से सुरक्षित रख सकें।
टीका लगवाने लगातार की जा रही मुनादी
शिविरों में टीका पहुंचने से पहले सुबह से ही ग्राम कोटवार के द्वारा मुनादी भी करवाई जा रही है। बावजूद इसके केंद्र में चंद लोग ही पहुंच पा रहे हैं।जिसकी वजह से कई बार ऐसा होता है जब टीकाकरण के लिए 10 का आंकड़ा पूर्ण नहीं होने से घंटों इंतजार के बाद भी लोगों को वापस जाना पड़ता है।
सर्वे के साथ अब सख्ती की भी जरूरत