Breaking News,,बिलासपुर रेलवे स्टेशन से महज कुछ ही दूर स्थित फाटक पर रेलवे ट्रैक से रोड पर आ गई ट्रेन,क्या बिना ड्राईवर का चला ट्रेन ?
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बिलासपुर रेल्वे स्टेशन से महज कुछ ही दूरी पर तारबाहर अंडर ब्रिज के पास बड़ी दुर्घटना घटने से बच गई। दरअसल एक माल गाड़ी का इंजन पटरी से उतर गया और बिजली के पोल से जा टकराया। जिससे एक बड़ा हादसा होने से टल गया। हांलाकि हादसे में किसी के हताहत होने की कोई खबर सामने नहीं आई है। वहीं हादसे की खबर मिलते ही रेलवे की टीम मौके पर पहुंच गई है। दरअसल बताया जा रहा है कि यह इंजन लोको खोली के पास बनें न्यू कोचिंग डिपो के तरफ से फाटक तक पहुंची थी,लोगों के अनुसार इस इंजन में चालक नही था ,,लेकिन सोंचने वाली बात है,,,अगर चालक नही था तो इंजन डिपो से अचानक यहाँ तक कैसे पहुंची यह जांच का विषय है,,,,इंजन चलते हुए फाटक के पास बिजली के खंबे से टकरा गया। वहीं हादसे से तारबाह क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। बताया जा रहा है कि इंजन को काफी नुकसान पहुंचा है। फिलहाल रेलवे ने मामले की जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है।आपको बता दें कि माल गाड़ी का रेल्वे स्टेशन हावड़ा लाईन से बाईपास ट्रैक होते मुम्बई रूट की तरफ जाती है। इसी बीच रेल्वे के न्यू कोचिंग डिपो के तरफ से एक इंजन तारबाहर फाटक के पास पहुंचते ही अनियंत्रित होकर रोड पर आ गई।हालांकि रफ्तार कम होने की बजह से बड़ा हादसा टल गया। वहीं इसके पहले 2011 में इसी तारबाहर फाटक पर बड़ी दुर्घटना हुई थी। जिसमें 12 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। जिसके बाद ही फाटक पर अंडर ब्रिज का निर्माण कराया गया था। लेकिन बगल में एक और गुजरने वाली सिंगल फाटक तक अंडर ब्रिज को ले जाना रेल अधिकारियों ने उचित नहीं समझा, और आज भी उस अंतिम छोर की फाटक को पार करने लोगों को घंटो खड़े होकर ट्रेन गुजरने का इंतजार करना पड़ता है। जहां प्रतिदिन जाम की स्थिति भी बनती है। इस जगह पर फिर एक बार 2011 में घटीत घटना हो सकती थी। हालांकि समय रहते ही बड़ी घटना होन से रह गई। वहीं इस अंतिम लाईन को बनाने के लिए रेल प्रबंधन को ठोस कदम उठाने की जरूरत है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो इस जगह पर लोगों को अपनी जान की कीमत चुकानी पड़ सकती है।