छत्तीसगढ़बिलासपुर संभाग

बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए संकुल स्तरीय “अंगना म शिक्षा” कार्यशाला पुडू में संपन्न।

मनमोहन सिंह✍️

कोटा।खैरा प्रारंभिक बाल्यावस्था में बच्चों की उचित देखभाल पोषण और उनका सर्वांगीण विकास कर बौद्धिक व शारीरिक विकास क्षमता को गति प्रदान करने “अंगना म शिक्षा” कार्यक्रम के अंतर्गत शिक्षकों के लिए संकुल स्तरीय कार्यशाला संकुल केंद्र पुडू में आयोजित किया गया। चित्र,कहानी,कविता, जोड़ना,घटाना,अंक कूद जैसे की गतिविधियों के माध्यम से मोहल्लावार माताओं का नियमित सहयोग लेकर बच्चों की शिक्षा क्षमता को बढ़ावा देने आवश्यकता,उद्देश्य एवं रूपरेखा पर प्रकाश डाला गया।

संकुल केंद्र पुडू में शिक्षादायनी मां सरस्वती की पूजा आराधना के पश्चात कक्षा 1ली से 3री तक पढ़ाने वाले प्राथमिक शाला शिक्षकों का “अंगना म शिक्षा”एवं माता उन्मुखीकरण के तहत प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया।प्रशिक्षण में बताया कि बच्चों का सर्वांगीण विकास के लिए स्कूल जाने से पहले की गई तैयारी आनंदमय माहौल और खेलकूद के द्वारा की जानी चाहिए। बच्चों में संपर्क में रहते हुए शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए कदम-कदम पर माताएं अहम भूमिका निभाती है। माताओं का उन्मुखीकरण करने 10 से 12 गतिविधियों का चयन करेंगे।जो आसानी से माताएं अपने घर में उपलब्ध संसाधनों से अपने बच्चों के साथ कर सके। इन गतिविधियों के वीडियो तैयार कर शिक्षकों के साथ साझा किया जाएगा। जिसके आधार पर वह माताओं को डेमोंस्ट्रेशन करके दिखा सके। शिक्षक साथी स्कूल में अलग-अलग दिन

मोहल्लावार माताओं के समूह को बुलाकर 3 से 4 गतिविधियों का डेमोंस्ट्रेशन करके दिखाएंगे और उनसे आग्रह करेंगे कि वह इन गतिविधियों को बच्चों के साथ करें।अंतराल के बाद फीडबैक लेकर पुनः नई गतिविधियों का डेमोंस्ट्रेशन कर कार्यक्रम को आगे बढ़ाएंगे।माताओं एवं शिक्षकों के बीच संवाद बढ़ाने डेमोंस्ट्रेशन देना अनिवार्य होगा। बच्चों में सुनने बोलने की क्षमता बढ़ाने चित्र पर बातचीत, नए शब्द व कल्पना शक्ति के विकास के लिए कहानी कविता सुनाना, अच्छी लिखावट के साथ लेखन क्षमता बढ़ाने लिखना सीखें, खेल खेल में अक्षर व अंक की पक्की पहचान, आत्मविश्वास बढ़ाने वह तनाव मुक्त होने नृत्य एवं गायन का आयोजन जैसे डेमोंस्ट्रेशन के माध्यम से शिक्षकों के द्वारा माताओं का चरणबद्ध तरीके से उन्मुखीकरण किया जायेगा। प्रशिक्षण शिविर में संकुल समन्वयक बुधवार सिंह यादव,संकुल प्रभारी – सी. आर. भगत प्राचार्य हाई स्कूल पूडू, शिक्षक नारायण दास मानिकपुरी, पुरषोत्तम लास्कर,अर्जुन सिंह पोर्ते, गिरधारी सिंह पैकरा, गुजराल सिंह पैकरा,श्रीमती पुखराज आर्मो,

श्रीमति किरण पैकरा,श्रीमति केवला पैकरा भारत सिंह पैकरा किशोर कुमार लास्कर उपस्थित रहे।

क्यों जरूरत पड़ी “अंगना म शिक्षा” की आवश्यकता ,राष्ट्रीय प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा नीति(2013) राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (2005) एवं राष्ट्रीय नीति(2020) में इस आयु वर्ग के महत्व को स्वीकारते हुए पूर्व माध्यमिक शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है।क्योंकि प्रारंभिक बाल्यावस्था में बच्चों की उचित देखभाल पोषण और उनका सर्वांगीण विकास महत्वपूर्ण है। आयु वर्ग में बच्चों का शारीरिक व बौद्धिक विकास तीव्र गति से होता है। इसके लिए बच्चों को पर्याप्त अवसर व प्रोत्साहन का माहौल मिलना जरूरी है।

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