जनता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने बिलासपुर मरवाही सदन में पत्रकारों से प्रेस वार्ता की।
बिलासपुर– छत्तीसगढ़ ऋचा जोगी का जाति प्रमाण पत्र निरस्त करने व लेमरू एलिफेंट प्रोजेक्ट को लेकर जेसीसीजे नेता अमित जोगी ने राज्य सरकार पर बड़ा हमला किया है। जोगी ने कहा कि, अगर हमारी जाति आदिवासी नहीं है तो आखिर क्या है…? हम क्या मंगल ग्रह से आएं हैं। इससे पहले भी पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने पिता स्व अजीत जोगी का जाति प्रमाण पत्र निरस्त किया था, उसे कोर्ट ने बहाल किया और अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मेरा व पत्नि ऋचा का रिजेक्ट कर रहें है। लेकिन हमें हाईकोर्ट से न्याय मिलेगा, कोर्ट पर हमें पूरा भरोसा है। आगे उन्होंने लेमरू प्रोजेक्ट को लेकर कहा कि, तीन दिनों के भीतर राज्य सरकार ने एक औद्योगिक घराने को बड़ा लाभ पहुंचाने के लिए जंगल को एक चौथाई बढ़ा दिया है। इसमें तर्क प्रस्तुत किया गया कि यह आदेश 8 विधायको के कहने पर किया गया है। जबकि 8 में से 5 विधायकों को इसमें कोई लेना देना नहीं है। इसमें सबसे वरिष्ठ विधायक पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव सहमति से इंकार भी कर रहें है और ना ही उन्होंने इस तरह का कोई प्रस्ताव पेश किया हैं। ऐसे में एक झूठ के आधार पर सरकार ने 30 जून को अडानी कम्पनी को 6 कोयला खदानों को MDO (माइन डिवेलपमेंट ऑपरेटर) का लाइसेंस जारी कर दिया। जबकि इसके एवज में मालिक नहीं बल्कि MDO होने के नाते वो सरकार एक पैसा भी रियाल्टी नहीं दे रहें है, और कोयला समेत खनिज संपदा का खनन कर रहे है। आगे जोगी ने कहा कि, इस MDO प्रथा को हम न्यायलय में चुनौती देंगे। इस पर स्वयं राहुल गांधी ने कुदमुरा और मदनपुर की जनचौपाल में लेमरू में कोयला खदान नहीं खोलने का भरोसा दिलाया था।