संगम महिला बहुउद्देशीय सहकारी समिति की महिलाओं ने गांव में मोर्चा संभाल , घर- घर जाकर पल्स ऑक्सिमीटर से सर्दी खांसी बुखार से प्रभावित मरीजों का ऑक्सिजन स्तर की जांच कर रही।
कोटा। बिलासपुर कोरोना की दूसरी लहर से शहर के साथ -साथ अब गांव भी अछूते नहीं रहे। ग्रामीण अंचलों में भी बहुतायात मात्रा में लोग कोरोना संकरण से प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में ” संगम महिला बहुउद्देशीय सहकारी समिति करहीकछार” की महिलाओं ने गांव में मोर्चा संभाल रखा है, घर- घर जाकर पल्स ऑक्सिमीटर से सर्दी खांसी बुखार से प्रभावित मरीजों का ऑक्सिजन स्तर की जांच कर रही है और जिस भी किसी मरीज का ऑक्सिजन स्तर 93 प्रतिशत से कम आता है उसे तत्काल उच्च स्तर के स्वास्थ्य सुविधा केंद्र सलाह देकर रेफर करती हैं, इन महिलाओं ने स्वस्थ्य के कौशल का प्रशिक्षण हांसिल किया है।
साथ ही महिलाएं गांव में प्रतिदिन घर-घर जाकर भ्रमण करती हैं और सर्दी खांसी बुखार किसी को भी हो उसे घर मे पृथकीकरण के साथ रहने की सलाह देती है और उसकी 10 दिन तक निगरानी करती है जिसमें उस व्यक्ति का ऑक्सिजन स्तर जांच बुखार जांच, सलाह आदि शामिल है।
ग्राम भ्रमण के दौरान टीकाकरण और हाथ बार -बार धोना, मास्क लगाने आदि की सलाह भी दे रही है। साथी ही साथ समिति द्वारा उत्पादित हैंडवॉश लिक्विड भी कम दाम में लोगों को उपलब्ध करा रही है जिससे लोगों को हाथ धोने और कोरोना संक्रमण से बचाव में मदद मिल सके। समिति की उपाध्यक्ष यशोदा टोप्पो कहती है कि गाँव मे उच्च जोखिम वाले मरीजों जैसे -बीपी, शुगर, सिकल सेल, टीबी, कैंसर, कुपोषित, गर्भवती, की विशेष निगरानी की जा रही है जिससे इन्हें कोरोना के प्रभाव से बचाया जा सके क्योंकि इन बीमारियों से प्रभावित लोगों में कोरोना ज्यादा दुषप्रभाव डालता है।