मां महामाया प्रांगण में नवनिर्मित मंदिर में कलश यात्रा के साथ श्री सिद्धि विनायक गणेश जी की प्राण प्रतिष्ठा कर मूर्ति स्थापना किया गया।
कोटा – ग्राम पंचायत तेंदूभाठा अंतर्गत आश्रित ग्राम शेकर स्थित मां महामाया प्रांगण में नवनिर्मित मंदिर में गाजे बाजे के साथ कलश यात्रा निकालकर विधिपूर्वक शुभ मुहूर्त के साथ भगवान श्री सिद्धि विनायक गणेश जी की प्राण प्रतिष्ठा किया गया। सुबह से लेकर शाम तक चली पूजन-हवन कार्य में ग्राम सहित आसपास के ग्रामीणजनो ने जगत कल्याण के लिए भक्ति भाव से सर झुकाकर आशीर्वाद मांगा । पूजन के पुर्व रात्री एवं पूजन के पश्चात रात्रि कालीन रामचरितमानस गान का गायन वादन किया गया।
एक बार देवताओं में धरती पर सर्व प्रथम किसकी पूजा की जाये इसके लिए विवाद उत्पन्न हो गया।विवाद को सुलझाने सभी नेताओं के बीच प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सभी नेताओं ने अपने अपने वाहन पर बैठकर भगवान शिव की शरण में पहुंचकर सबसे पहले अपनी पूजा करवाने संपूर्ण ब्रह्मांड का चक्कर लगाने लगे। लेकिन भगवान श्रीगणेश ब्रह्मांड के चक्कर लगाने की बजाय अपने माता-पिता के चारों ओर परिक्रमा करने लगे। भगवान शिव और माता पार्वती के चारों ओर सात बार परिक्रमा लगाने के बाद हाथ जोड़कर खड़े हो गए। भगवान शिव ने गणेश जी को विजई घोषित करते हुए बताया कि माता पिता का स्थान ब्रह्मांड में सर्वोपरि है। और गणेश जी ने अपने माता-पिता की परिक्रमा की है। इसलिए वह सभी देवताओं में सबसे पहले पूजनीय है। भगवान गणेश की माता पिता के लिए इसी भक्ति भाव को अपने जीवन में अनुसरण करने अमित आर्मो एवं श्रीमती पुखराज आर्मो ने नव निर्मित मंदिर में श्री सिद्धि विनायक गणेश जी मंदिर का निर्माण करवाया। आस्था और भक्ति के साथ मा महामाया मंदिर प्रांगण से कलश यात्रा निकाली गई।जो गोपाल तालाब पहुंची जहाँ आचार्य मनोज दुबे द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ पूजा आरती के साथ के साथ सभी कलश में जल भरकर ग्राम का भ्रमण करते हुए यथा स्थान मंदिर प्रांगण पहुंची।तत्पश्चात आचार्य मनोज दुबे के सानिध्य में विधि पूर्वक शुभ मुहूर्त के साथ पूजन, हवन यज्ञ की पूर्णाहुति किया गया। विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ पंचामृत से स्नान कराते हुए श्री सिद्धि विनायक गणेश जी की संगमरमर की आकर्षक प्रतिमा स्थापित की गई। प्राण प्रतिष्ठा पूर्ण होने के बाद मिट्टी के दीए प्रज्वलित किया गया।इस दौरान आयोजित हुए यज्ञ में श्रद्धालुओं ने आहुतियां दी और सुख शांति एवं खुशहाली की मंगल कामना किया। सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद ।
वितरण किया गया।जिसमें चकराभाठा,तेंदुभाठा,सेकर,
पुडू,पचरा,रिगवार से हजारो की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।पूजन के उपरांत रात्रि कालीन रामचरित मानस गान का आयोजन किया गया जिसमें पूरी रात श्रद्धालुओं द्वारा गायन वादन किया गया जिसे सुबह होते ही रामायण जी की आरती के साथ संपन्न किया गया।इस दौरान पुजारी जगरनाथ, रुपेश आर्मो,परदेशी पोर्ते,दुर्गेश राजपूत,डोमेश ठाकुर,इथलेश गुप्ता,अमन सोनी,भावेश ध्रुव,एलिना आर्मो,शिवांस आर्मो, आयोजन को सफल बनाने जुटे रहे।