धान उठाव नहीं होने से खरीदी केंद्रों में जगह का अभाव होने लगा हैं रोज नये टोकन धारी किसानों को अपना धान रखने एवं बेचने में हो रही परेशानी ।
ईमरान खान✍️
बिलासपुर कोटा। खरीफ विपणन वर्ष 20-21 में राज्य सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर किसानों से खरीदी की जा रही धान की परिवहन नहीं होने के कारण रतनपुर क्षेत्र के चपोरा में धान का अंबार लगा हैं उठाव नहीं होने से खरीदी केंद्रों में जगह का अभाव होने लगा हैं रोज नये टोकन धारी किसानों को अपना धान रखने एवं बेचने में परेशानी हो रही हैं, खरीदी केंद्र प्रभारी की भी फजीहत बढ़ गई हैं धान उपार्जन केंद्र में धान उठाव की धीमी गति के कारण प्रबंधक की परेशानी बढ़ गई हैं l वर्तमान में कई केंद्रों में धान खुले आसमान के नीचे रखने को प्रबंधक मजबूर हैं वही राईस मिलरों का डीओ नहीं कटना भी धान उठाव नहीं होने का बड़ी वजह बताई जा रही हैं l
जिससे धान उठाव काफी धीमी गति से हो रहा हैं खुले आसमान के नीचे रखे धान की जवाबदारी समिति प्रबधकों की रहती हैं मौसम परिवर्तन के साथ बारिश होने की स्थिति में या धान की सूखती को लेकर शासन की ओर से कोई दिशा निर्देश नहीं रहता हैं l इसी कड़ी में चपोरा धान खरीदी केंद्र में लगभग 32 हजार क्वि. धान का उठाव बाकी हैं लिहाजा उपार्जन केंद्रों से धान का उठाव नहीं होना चर्चा का विषय बना हुआ हैं l
- अनुराग जायसवाल प्रबंधक चपोरा धान खरीदी केन्द्र।
धान का उठाव काफी धीमी गति से हो रहा हैं यहां अभी 32 हजार क्वि. धान का उठाव बाकी हैं इस कारण धान रखने की जगह नहीं हैं l