बिलासपुर। जिले के ग्राम पोडी(स) मे हरिश यादव के सुपुत्र स्वर्गीय अशोक यादव के स्मृति व बरसी कार्यक्रम पर आयोजित बैसाख कृष्ण पक्ष शुक्रवार 03/05/2024 से बैसाख शुक्ल पक्ष 10/05/2024 तक आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव प्रसंग सुनाया गया। कथा के दौरान जैसे ही भगवान कृष्ण का जन्म हुआ तो पूरा पंडाल नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल के जयकारों से गूंज उठा इसके साथ ही कथाव्यास आचार्य पं विशाल शर्मा जी के भक्ति गीतों पर श्रद्धालु झुमने-नाचने लगे। इस मौके पर बिलासपुर के देवरीखुर्द से आए कथा व्यास महराज पं विशाल शर्मा जी ने चौथे दिन कृष्ण जन्मोत्सव की कथा सुनाई।उन्होंने ने कहा कि मनुष्य के जीवन में अच्छे व बुरे दिन प्रभु की कृपा से ही आते हैं। अलग अलग प्रसंग पर भगवत कथा सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। साथ ही श्रीकृष्ण जन्म की झांकी और नन्हें कान्हा ने सभी का मन को मोह लिया।कथा व्यास ने बताया कि राजा परीक्षित से शुकदेव कहते हैं कि संसार का कल्याण करने के लिए भगवान अवतार लेते कि जब-जब धर्म की हानि होती है। तब सज्जनों का कल्याण और राक्षसों का वध करने के लिए भगवान अवतार होता है। जिस समय भगवान कृष्ण का जन्म हुआ प्रभु प्रताप से जेल के ताले टूट गये पहरेदार सो गये। वासुदेव व देवकी बंधन मुक्त हो गए।प्रभु की कृपा से कुछ भी असंभव नहीं है।
कृपा न होने पर प्रभु मनुष्य को सभी सुखों से वंचित कर देते हैं। भगवान का जन्म होने के बाद वासुदेव ने भरी यमुना पार करके नन्हे कृष्णा को गोकुल पहुंचा दिया और फिर वहां से वह यशोदा के यहां पैदा हुई शक्तिरूपा बेटी को लेकर वापस चले आये। कृष्ण जन्मोत्सव पर हरिश यादव के घर नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की गीत पर कथा सुनने पहुंचे सभी भक्त जमकर झूमते दिखे।अंत में उन्होंने बताया कि मनुष्य भगवान को छोड़कर माया की ओर दौड़ता है। ऐसे में वह बंधन में आ जाता है। मानव को अपना जीवन सुधारने के लिए भगवत सेवा में ही लीन रहना चाहिए। इस दौरान पामगढ से पधारे हुए परायण-कर्ता पुरोहित पं श्री यशवंत पाण्डेय व परिवार के वरिष्ठ श्री तिजराम यादव,श्रीमति जानकुंवर,श्री हरिश यादव श्रीमति कौशिल्या यादव,अजय,दिनू यादव,चन्द्रशेखर यादव,सहित सैकड़ों श्रोतागण मौजूद रहें।