स्कूल को सामने पेंटिंग कराकर कर दिया चकाचक, छत और पीछे का हिस्सा देखने पर लगेगा यह कोई खंडहर से कम नहीं
नए सत्र का तीन माह बीत चुका, लेकिन अब तक स्कूल की स्थिति खस्ता हाल है
बिलासपुर। नगर निगम से लगे हुए सिरगिट्टी क्षेत्र अंतर्गत बन्नाकडीह के सरकारी प्राथमिक स्कूल की छत का एक हिस्सा शुक्रवार को अचानक भरभराकर गिर गई,गनीमत रहा की उस वक्त बच्चो के द्वारा ग्राउंड मे प्रार्थना चल रहा था। इस वजह से कक्षा में कोई भी छात्र छात्राओं की मौजूदगी नहीं थी।बता दे की सामने से स्कूल को डेंटिंग-पेंटिंग तो कर दिया गया है, पर स्कूल के पीछे हिस्से या छत को देखा जाए तो लगेगा कि यह कोई खंडहर से कम नहीं है। जहां बच्चों को शिक्षा देकर उनके भविष्य गढ़ने की बात कही जा रही है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों की मरम्मत के लिए अब तक शासन ने 10 करोड़ रुपए जारी किए हैं, लेकिन यह फंड पर्याप्त नहीं हो पा रहा है क्योंकि जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में 925 के स्कूलों की मरम्मत करनी है। अब तक सिर्फ 178 स्कूलों का ही मरम्मत कार्य पूरा हुआ है। वहीं शिक्षा विभाग का दावा है कि 663 स्कूलों का कार्य प्रगति पर है, लेकिन ऐसा कही दिख नहीं रहा है। अगर कार्य चल भी रहा है, तो कछुआ गति से काम हो रहा है। इसके अलावा 104 स्कूलों का कार्य अब तक शुरु तक नहीं हुआ है, जिसमें से एक बन्नाकडीह स्कूल भी शामिल है।
अधिकारियों का कहना है कि मरम्मत के लिए जो प्रस्ताव है, उसमें यह स्कूल भी शामिल है, पर अब तक यहां कोई झांकने तक नहीं आया है। में इसका खामियाजा स्कूल में बढ़ने वाले बच्चों और शिक्षकों को भुगतना पड़ रहा है। जिले में जर्जर स्कूलों की स्थिति काफी खराब है। अब स्कूलों के छत का प्लास्टर गिर रहा था, अब छत तक गिरने लगा हैं, पर किसी जिम्मेदार का ध्यान नहीं है।
शहरी क्षेत्र के स्कूलों की गिर चुके हैं प्लास्टर
शहर से लगे बिरकोना स्थित गर्ल्स प्राइमरी स्कूल में छत का प्लास्टर गिर गया था। ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि उन्होंने अधिकारियों को सूचना दी थी, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया था। जबकि दो अतिरिक्त कमरों के निर्माण के लिए राशि स्वीकृत हो चुकी थी। इसी तरह जरहाभाठा शासकीय पूर्व माध्यमिक स्कूल की हेड मास्टर निर्मला भास्कर कक्षा छठवीं से आठवीं के बच्चों की एक साथ कक्षा ले रही थीं। इसी दौरान जर्जर छत से प्लास्टर गिर गया था। वहीं लिंगियाडीह प्राइमरी स्कूल छत का प्लास्टर गिरा था, लेकिन उस दौरान किसी को नुकसान नहीं हुआ था। इसके बाद बच्चों को सामुदायिक भवन में शिफ्ट कर दिया गया था।
बेलतरा के कई स्कूलों में सीपेज तो तखतपुर में पंचायत भवन पर स्कूल संचालित
बेलतरा क्षेत्र के ग्राम भरारी में स्कूल की स्थिति काफी जर्जर है। यहां कि स्थिति ऐसी है कि बच्चे पढ़ भी नहीं पाएंगे। कही पानी टपक रहा है तो कुछ कक्षाओं की दीवार पर सीपेज आ रहा है और दीवारों में दरारें आ गई है। इसी तरह तखतपुर के जनपद प्राथमिक शाला बेलतरा का स्कूल भवन 50 साल पुराना जो जर्जर हो गया है। इसकी वजह से बगल में पंचायत के भवन पर स्कूल का संचालन किया जा रहा है। जहां एक साथ 5वीं तक की कक्षाएं भी लगई जा रही हैं।
फैक्ट फाइल (जर्जर स्कूल)
शहर में 491 स्कूल, जहां कई स्कूलों की स्तिथि जर्जर
ग्रमीण क्षेत्रों में कुल 925 स्कूल, इसमें से 178 का ही मरम्मत।
ग्रामीण क्षेत्र के 663 स्कूलों के मरम्मत का शिक्षा विभाग कर रहा दावा।
ग्रामीण क्षेत्र 104 स्कूलों का काम शुरु नहीं हुआ, क्योंकि फंड नहीं।