कोटा विकास खण्ड के 4 शिक्षक को मिला मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण सम्मान 2022।
कोटा विकास खण्ड के 4 शिक्षक को मिला मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण सम्मान 2022।
न्यायधानी के लखीराम अग्रवाल स्मृति सभागार में आयोजित सम्मान समारोह में शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिवर्ष दिए जाने वाले मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण योजना अंतर्गत ज्ञानदीप व शिक्षादूत से जिला के विभिन्न विकास खण्ड में उत्कृष्ट कार्य कर रहे शिक्षकों के सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इसी क्रम में शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रहे कोटा विकास खण्ड से 4 शिक्षक मीरा रजक शिक्षक शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला झिंगटपुर संकुल मझगांव को मुख्यमंत्री ज्ञानदीप गौरव अलंकरण से सम्मानित किया गया। साथ ही कोटा से ही मुख्यमंत्री शिक्षादूत गौरव अलंकरण से दिनेश कुमार चतुर्वेदी प्रधान पाठक शासकीय प्राथमिक शाला लमकनिहापारा अमाली , अनिल दास मानिकपुरी प्रधान पाठक शासकीय प्राथमिक शाला धरमपुरा संकुल धौराभाठा एवं दीप्ती दीक्षित सहायक शिक्षक शासकीय प्राथमिक शाला धनरास संकुल करगीकला को संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग बिलासपुर आर एन हीराधर, जिला शिक्षा अधिकारी डी.के. कौशिक सहित कार्यक्रम में उपस्थित सम्मानीय अधिकारियों द्वारा प्रशस्ति प्रमाण पत्र शाल, श्रीफल सहित शासन द्वारा निर्धारित राशि का चेक देकर सम्मानित किया गया। संयुक्त संचालक हीराधर ने शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा, कि निश्चित रूप से आपके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य किया गया है जिसके फ्लस्वरूप यह सम्मान मिल रहा है। इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित जिला शिक्षा अधिकारी कौशिक द्वारा सम्मानित हुए शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना कर, बच्चों के शैक्षिक स्तर को सतत बेहतर करने की दिशा में कार्य करते रहने प्रेरित किया गया। साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा बताया गया कि तीनों पुरस्कारों क्रमशः शिक्षा, ज्ञानदीप एवं शिक्षादूत के लिए उत्कृष्ट शिक्षकों के चयन करने के लिए विकासखंड, जिला और संभाग स्तर पर अलग- अलग चयन समितियां गठित की जाती है । प्रत्येक स्तर पर तीन- तीन शिक्षकों का चयन होता है । पुरस्कार के लिए ऐसे शिक्षकों का चयन किया जाता है, जो वास्तव में शिक्षा के कार्यों, बच्चों के अध्यापन में सर्वाधिक समर्पित रहते हों । शिक्षकों के चयन के लिए शर्तें निर्धारित की गई हैं।
शिक्षक का निरंतर अध्यापन अनुभव कम से कम 10 वर्ष हाेना, शिक्षक निर्विवाद हाे और उनके विरुद्ध किसी प्रकार की विभागीय जांच न चल रही हो ऐसे शिक्षक ही इन पुरस्कारों के लिए पात्र माने जाते हैं । इसके लिए पात्र शिक्षकों दस्तावेज सहित अपनी दावेदारी पेश करनी होती । फ़ाइल जमा होने के उपरान्त चयन समिति द्वारा जाँच कर पुरस्कार हेतु नाम चयन किया जाता है।
इस दौरान उप संचालक शिक्षा प्रशांत राय, सहायक संचालक संदीप चोपड़े , पी. दासरथी, विकास खण्ड अधिकारी में क्रमशः कोटा विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी विजय टांडे, मस्तूरी विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी अश्वनी भारद्वाज, लोकपाल सिंह जोगी तख़तपुर विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी, प्राचार्य कल्याण मंच के अध्यक्ष प्रदीप श्रीवास्तव, कोंचरा संकुल समन्वयक संजय रजक सहित अन्य विकास खण्ड के सम्मान पाने वाले शिक्षक उपस्थित रहे।