बिलासपुर। सेमरताल संकुल परिसर में टी एल एम मेला का आयोजन संकुल परिसर में दोपहर दो बजे किया गया । जिसमें संकुल के समस्त शिक्षको द्वारा बनाए गए सहायक शिक्षण सामाग्रियों की प्रदर्शनी लगाई गई। टी एल एम के अंतर्गत सरल, सुगम,बोधगम्य और आकर्षक सहायक शिक्षण सामाग्री तैयार कर मेले मे प्रदर्शित किया गया। इसके माध्यम से विघार्थी सहजता से विषय को सीख लेता है। संकुल के शिक्षकों ने आसपास के अनुपयोगी चीजों से टीएलएम तैयार किया है। मेला में मुख्य अभ्यागत जिला पंचायत के सभापति अंकित गौरहा, विशिष्ट अभ्यागत सहायक विकासखंड शिक्षाधिकारी अखिलेश तिवारी, दीप्ती गुप्ता एवं सुनीता ध्रुव मौजूद थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता संकुल प्राचार्य सुनीता शुक्ला ने किया। टी एल एम मेला का शुभारंभ अभ्यागतो के द्वारा फीता काटकर किया गया। तत्पश्चात माँ सरस्वती, छत्तीसगढ़ महतारी एवं भारतमाता की प्रतिमा की पूजा की गई। मंचस्थ अभ्यागतों के स्वागत के बाद सहायक विकासखंड शिक्षाधिकारी त्रयी, प्राचार्य सुनीता शुक्ला, मनीष कौशिक, सतीश धीवर एवं सीमा ठाकुर ने अपने संबोधन में टी एल एम बनाने वाले शिक्षकों का उत्साहवर्धन किया। अपने संबोधन में मंच से मुख्य अतिथि अंकित गौरहा ने कहा कि सेमरताल संकुल मतलब नूतन शैक्षिक गतिविधियाँ का केन्द्र है। यहाँ नित नई तकनीकों के साथ पढ़ाई का माहौल सुलभ है। यहाँ के सभी शिक्षक अपनी जिम्मेंदारियों का कुशलता से निर्वाह कर रहे हैं जो अनुकरणीय है। कार्यक्रम में कन्या पूर्व माध्यमिक शाला की छात्राओं ने सुआ नृत्य प्रस्तुत किया। मेले में रखे गए टी एल एम का निरीक्षण निर्णायको ने किया, जिसमें प्राथमिक स्तर में प्रथम प्राथ.शा. नवगवां, द्वितीय प्राथ.शा. सेमरताल, तृतीय प्राथ.शा. गतौरी रहा। वहीं पूर्व मा. स्तर में प्रथम शा.क.पूर्व मा. शाला सेमरताल, द्वितीय शा. बा. पूर्व मा.शा. सेमरताल एवं तृतीय शा.बा.पूर्व मा.शा.गतौरी रहा। शैक्षिक समन्वयक ओमप्रकाश वर्मा के संयोजन में हुए इस मेले में प्रधान पाठक सी के महिलांगे, पौंसरा संकुल समन्वयक साधेलाल पटेल, रामकुमार मानिकपुरी, बलराम पटेल, धन्नु बरगाह, सुरेश दुबे, प्रदीप मुखर्जी, जवाहर श्रीवास, ईश्वर गहवई, गौतम दास मानिकपुरी, रजगुनिया भगत शिक्षक संजय सोनवानी, युगल देवांगन, भुवनेश्वर पटेल, अनुप नूतन कुजूर, राजेश्वरी देवांगन, नमिता बेहार शर्मा, शितला मानिकपुरी, तारा सूर्यवंशी, रीना पाण्डेय, अनीसा नूर, महावीर कौशिक, इंदिरा कश्यप, आनंद पटेल, कीर्तन बंजारे, राधा टंडन, नीलिमा निकोसे, करुणा कोसरिया, माया बरगाह, सरिता दुबे, सुमन कौशिक, कांति सिंगरौल,शुभा पाण्डेय, अनीता बोरकर, आसना लहरी, बालमुकूंद शर्मा, चंद्रकुमार शर्मा एवं आशीष यादव उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता अनिल वर्माने व आभार प्रदर्शन प्रदीप मुखर्जी ने किया।